नई दिल्ली : हम जानते हैं कि आज के समय में पेट्रोल और डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं। लगतार पेट्रोल और डीजल की कीमत भी बढ़ती जा रही है। ऐसे में अब वाहन चालक भी इसके लिए सस्ता विकल्प ढूंढ रहे हैं। कई लोग इलेक्ट्रिक वाहन खरीद रहे हैं तो कुछ सीएनजी वाहनों को खरीद रहे हैं। हालांकि कई ऐसे भी लोग हैं जो सीएनजी और इलेक्ट्रिक वाहनों में काफी कनफ्यूज़ भी हो गए हैं।
उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि उन्हें किस तरह का वाहन खरीदना चाहिए। बता दें कि इलेक्ट्रिक और सीएनजी दोनों ही वाहनों के फायदे हैं तो नुकसान भी हैं। यदि आप भी इसे लेकर कनफ्यूज़ हो रहे हैं तो ये खबर आपके लिए काफी जरूरी होने वाली है। आइए जानते हैं।

CNG वाहनों के फायदे और नुकसान
बता दें कि इस तरह के वाहन कम्प्रेस नैचुरल गैस से ही चलते हैं। आज कई कंपनियाँ इस तरह के वाहन बना रही हैं। सीएनजी भी पेट्रोल और डीजल के दामों से काफी सस्ती है। पिछले एक साल में पेट्रोल और डीजल के दाम लगातार बढ़े हैं जबकि सीएनजी में ऐसा नहीं देखा गया है। जहां आज पेट्रोल 105 के करीब है वहीं सीएनजी 71 मिल रही है। वहीं गाड़ियों में सीएनजी के साथ साथ पेट्रोल और डीजल का विकल्प भी मिल जाता है।
हालांकि इसके नुकसान भी काफी है। बता दें कि सीएनजी किट के बाद गाड़ी में काफी स्पेस कवर हो जाता है। वहीं इस किट के लगने के बाद तो गाड़ी में भारी सामान को भी लोडनहीं किया जा सकता है। सीएनजी स्टेशनों की उपलब्धता भी काफी कम ही नज़र आती है। कई जगह तो ऐसी हैं जहां बिना पेट्रोल के यात्रा नहीं कर सकते हैं। बताया जाता है कि इसका असर वाहन प्रदर्शन पर भी पड़ता है।
इलेक्ट्रिक वाहनों के फायदे और नुकसान बता दें कि आज के समय में इलेक्ट्रिक वाहनों को काफी बढ़ावा दिया जाए। इसके लिए अब देश में भी इलेक्ट्रिक वाहनों की नई नई नीतियां भी लागू की जा रही है। बता दें कि इलेक्ट्रिक वाहन चलाने पर कई जगह पर रोड टैक्स और आरटीओ टैक्स भी नहीं देना होता है। ये वाहन आज की तुलना में काफी सस्ते भी पड़ते हैं। इलेक्ट्रिक वाहनों से प्रदूषण में भी काफी कमी आती है।
लेकिन इसके कई नुकसान भी हैं। फिलहाल भारत में इलेक्ट्रिक वाहन काफी महंगे हैं। आम आदमी के लिए भी इसे खरीदना काफी मुश्किल है। सामान्य वाहनों की तुलना में ये काफी महंगे हैं। वहीं देश में अभी बेहतर चार्जिंग स्टेशनों की सुविधा भी नहीं है। ये स्टेशन बहुत ही कम जगहों पर ही उपलब्ध हैं।
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