New Delhi : कहानी शुरू होती है बड़जात्या परिवार से। दरअसल राजकुमार बड़जात्या के बेटे सूरज बड़जात्या भी हमेशा से ही फिल्म मेकिंग में आना चाहते थे। इस परिवार की कई पीढ़ियों ने भारत को सुपरहिट फिल्में भी दी हैं। सूरज ने भी अपनी पढ़ाई को छोड़ महेश भट्ट को असिस्ट करना शुरू कर दिया था। इस बीच सूरज ने एक स्क्रिप्ट भी लिखी थी जिसे देख राजकुमार साहब ने कहा था कि “ये अभी नहीं, पहले अपनी उम्र के हिसाब से फिल्म बनाओ” साथ ही राजकुमार साहब ने एक लाइन कही कि “एक बंजारा अपनी बेटी को अपने दोस्त के पास छोड़कर कमाने जाता है, जब लौटकर आता है तो देखता है कि उसकी बेटी की इन्सल्ट हो रही है।”
इस लाइन पर ही सूरज को स्क्रिप्ट लिखनी थी और यही से फिल्म “मैंने प्यार किया” के बीज पड़े” इस फिल्म को लिखने में सूरज ने 10 महीने का समय लिया था। इस फिल्म के लिए पहले पीयूष मिश्रा को अप्रोच किया गया लेकिन उन्होंने ये फिल्म नहीं की। वहीं इसके बाद फिल्म फराज़ खान को भी ऑफर की गई लेकिन उनकी तबीयत खराब होने के कारण वे इस फिल्म को नहीं कर पाए।
वहीं फिल्म में सुमन के रोल के लिए भी ऑडिशन चल रहे थे जिसके लिए शबाना दत्त ने भी ऑडिशन दिया था। यही वो लड़की थी जिसने सलमान को रातों रात स्टार बना दिया। दरअसल सूरज ने शबाना से पूछा था कि क्या उनकी नज़र में कोई अच्छा अभिनेता है तो शबाना ने सलमान के बारे में बताया था। इसके बाद ही सूरज सलमान से मिले। उन्होंने सलमान के कई ऑडिशन लिए लेकिन वे संतुष्ट नहीं थे। लेकिन फिर सलमान ने अपनी काबिलियत को साबित किया और सूरज ने उन्हें इस फिल्म के लिए कास्ट कर लिया। ये फिल्म सलमान के करियर की पहली फिल्म थी जिसमें उन्हें लीड रोल मिला था। आज इस फिल्म के रिलीज़ होने के 31 साल बाद भी सलमान सुपरस्टार के तौर पर पहचान रखते हैं। हालांकि सलमान और सूरज ने शबाना को ढूँढने की बहुत कोशिश की थी लेकिन वे कहीं नहीं मिल पाईं।