Delhi: बता दें कि लगातार भारतीय सेनाओं को सशक्त बनाने का काम किया जा रहा है। इसके लिए नए नए लड़ाकू विमान भी भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल किए जा रहे हैं। वहीं अब बताया जा रहा है कि भारतीय वायुसेना अब नये लड़ाकू विमानों की खरीद करने के लिए ग्लोबल खरीद और भारत निर्मित मॉडल का पालन करने वाली है। इसके लिए टाटा से भी साझेदारी की जा चुकी है।
इस साझेदारी के बाद से ही भारतीय वायुसेना के लिए आधुनिक लड़ाकू विमानों की तेजी से खरीद की भी इजाजत दे दी जाएगी। ऐसे में अब नये लड़ाकू विमान भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल होने से भारत को भी युद्ध में काफी मदद मिलेगी। इससे पहले भी लड़ाकू विमानों के लिए कई तरह की साझेदारी की जा चुकी है। अब टाटा भी भारतीय वायुसेना के लिए कई आधुनिक लड़ाकू विमान विकसित करने वाला है।
भारतीय वायुसेना के लिए टाटा विकसित करेगा लड़ाकू विमान
बता दें कि अमेरिका के एफ़-15, एफ़-18 और एफ़-21 के साथ साथ रूसी मिग 35, एसयू 35, फ्रेंच राफेल, यूरोफाइटर टाइफ़ून, स्वीडिश साब ग्रिपेन के बीच इस समय भारतीय वायुसेना अनुबंध के लिए प्रतिस्पर्धा चल रही है। वहीं अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन भारत के लिए एफ़ 21 विमानों का निर्माण कर रही है। वहीं इसके लिए कंपनी पहले से ही टाटा एडवांस्ड सिस्टम के साथ साझेदारी भी कर चुकी है। वहीं 2021 में कंपनी ने टाटा के साथ मिलकर एफ़ 21 विमान के पंखों के निर्माण के लिए एक उत्पादन सुविधा को भी शुरू किया है।
हालांकि कहा जा रहा है कि अभी मेक इन इंडिया पूरी तरह से सफल नहीं हो पाया है। इसी वजह से अब भारतीय वायुसेना ग्लोबल खरीद भारतीय निर्मित मॉडल पर काम कर रही है। कंपनी का ये भी दावा है कि एफ़ 21 लड़ाकू विमान भारतीय वायुसेना के लिए सबसे उत्तम हैं। वहीं अब एफ़ 21 लड़ाकू विमानों के निर्माण के लिए टाटा कंपनी को भी बढ़ावा दिया जा रहा है।
नई रणनीति हो चुकी है शुरू
बताया जा रहा है संयुक्त उद्यम द्वारा सी 295 परिवहन विमान के उत्पादन के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं और इसी के साथ साथ ग्लोबल, मेक इन इंडिया रणनीति को भी शुरू किया जा चुका है। इस रणनीति में भारतीय भागीदार को तकनीकी सहयोगी चुनने में भी ज्यादा आजादी मिलती है। इस बड़ी उपलब्धि के लिए भारत की शान कहीं जाने वाली टाटा कंपनी के चेयरमैन रतन टाटा को देश के लोग सलाम कर रहे हैं.