नई दिल्ली: हरियाणा की कनेक्टिविटी को बेहतर करने की दिशा में राज्य सरकार कोई कसर नहीं छोडऩा चाह रही है। चाहे फिर एक्सप्रेस वे हो या फिर रेल मार्ग, हर क्षेत्र में हरियाणा प्रदेश को पड़ोसी राज्यों से जोड़ा जा रहा है। इससे लोगों को रोजगार और बिजनेस के नजरिए से काफी लाभ होगा, साथ ही यातायात के क्षेत्र में भी आने वाली मुश्किलें दूर हो सकेंगी। इसे देखते हुए ही राज्य में चारों ओर यातायात को सुगम बनाने के लिए नए हाईवे, फ्लाईओवर और रेलमार्ग बनाए जा रहे हैं। इसी कड़ी में राज्य सरकार ने एक और फ्लाईओवर बनाने का निर्णय लिया है,जिसके बाद अलीगढ़ और पलवल के बीच की दूरी समाप्त हो जाएगी।
मिनटों का सफर होता है घंटों में तय
कहने को तो उत्तर प्रदेश और हरियाणा की सीमाएं एकदम सटी हुई हैं। मगर बीच में आने वाली यमुना नदी की वजह से यह नजदीकी बेहद दूर है और लोगों को यमुना नदी पार करने के बाद ही एक से दूसरे प्रदेश में जाना पड़ता है। इसके लिए मिनटों का सफर घंटों में तय हो पाता है। इस दूरी को दूर करने के लिए हाल ही में राज्य सरकार ने केएमपी पर भी एक एलिवेटिड रोड बनाने का निर्णय लिया है, ताकि अलीगढ़ और पलवल के बीच की दूरी को मिटाया जा सके।
यमुना नदी पर बनेगा 500 मीटर लंबा पुल
इसके साथ ही सरकार ने अब यमुना नदी पर 500 मीटर लंबे पुल का निर्माण करने का भी निर्णय लिया है। यह पुल अलीगढ़ के मालव गांव से पलवल जिले के हसनपुर को जोड़ेगा। यानि कि अलीगढ़ और पलवल जिले इस पुल के जरिए आपस में जुड़ जाएंगे और आवागमन बेहद ही सुगम हो जाएगा। इस पुल के निर्माण पर करीब तीन करोड़ रुपए खर्च होंगे। इस पुल के निर्माण हेतु करीब 42 बीघा जमीन का अधिग्रहण किया जाना है। हरियाणा और यूपी के किसानों ने अपनी जमीन का अधिग्रहण करने की मंजूरी भी दे दी है। बताया गया है कि इस जमीन के अधिग्रहण की एवज में किसानों को सर्किल रेट के मुकाबले दो गुणा अधिक मुआवजा दिया जा सकता है।
पुल से जुड़ी है धार्मिक आस्था
इस पुल के निर्माण को धार्मिक आस्था के नजरिए से भी बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। मथुरा से 84 कोस की परिक्रमा अलीगढ़ जिले के टप्पल और मालव गांव से होकर निकलती है। यमुना नदी भी इस परिक्रमा के मार्ग में आती है। लोगों को नाव से ही यमुना नदी पार कर 84 कोस की परिक्रमा पूरी करनी पड़ती है, जोकि ना केवल कष्टदायक होती है, बल्कि खतरनाक भी मानी जाती है। मगर इस पुल के निर्माण के बाद लोगों की यह समस्या समाप्त हो जाएगी और उनके घंटों का सफर मिनटों में पूरा हो सकेगा। उत्तर प्रदेश से हरियाणा के हसनपुर मंडी में आने वाले किसानों की समस्या का भी अंत हो जाएगा। वहीं हरियाणा के लोगों को अलीगढ़ व आसपास के गांवों में जाने के लिए कठिन समस्या का सामना करना पड़ता है। उन्हें भी इस पुल के बनने से राहत मिलेगी।