नई दिल्ली : आत्मनिर्भर भारत की पहल देश में तेजी से काम कर रही है। ऐसे कई प्रोजेक्ट्स पर काम किया जा रहा है जो आत्मनिर्भर भारत की मिसाल पेश करते हैं। वहीं अब भारत में भी मेड इन इंडिया विमान को तैयार किया जा चुका है जो अपनी पहली उड़ान भी अच्छे से भर चुका है। कुछ दिन पहले ही लोगों के लिए भी इन सेवाओं को शुरू कर दिया गया है।
एलायंस एयरलाइन के मेड इन इंडिया विमान डोर्नियर 228 ने अपनी पहली उड़ान भी भर ली है जो सफल रही है। ये विमान बेहद खास है और इसे भारत में ही बनाया गया है। अब ये विमान सेवा पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों को जोड़ने का काम करेगी। इस विमान सेवा के शुरू होने से कई जगहों के लोगों को फायदा मिलने वाला है। म्यांमार और चीन के बार्डर के पास के इलाकों में भी इसकी सर्विस मिलने वाली है।
मेड इन इंडिया विमान ने भरी पहली उड़ान
भारत में भी अब मेड इन इंडिया विमान की सेवाओं को शुरू कर दिया गया है। एलायंस एयरलाइन के डोर्नियर 228 विमान ने कुछ दिन पहले ही अपनी पहली उड़ान भरी है। वहीं 18 अप्रैल से इन सेवाओं को भी शुरू कर दिया गया है। पहली उड़ान भी इस विमान की सफल रही। पहली उड़ान असम के डिब्रूगढ़ से अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट तक हुई जिसमें वरिष्ठ अधिकारी के साथ रिजुजू और सिंधिया भी शामिल थे।
इस विमान से अब कई चुनिंदा घरेलू रूटों पर ही सुविधा दी जाने वाली है। कुछ घरेलू रूटों पर सुविधा देने के लिए कंपनी ने इसे फ्लीट का हिस्सा बनाया है। वहीं कंपनी का कहना है कि इस विमान सर्विस से पूर्वोत्तर राज्यों में कनेक्टिविटी भी बढ़ने वाली है। बताया जा रहा है इन विमानों को सरकार की क्षेत्रीय संपर्क योजना के तहत उड़ान नाम के क्षेत्र में तैनात किया जाएगा।
बेहद ही खास हैं ये विमान
बता दें कि ये विमान बेहद है खास हैं। सबसे खास बात ये है कि ये विमान मेड इन इंडिया है। इस विमान में कई खासियत भी हैं। जानकारी के मुताबिक ये विमान शॉर्ट टेक ऑफ और लैंडिंग के साथ साथ सेमी रेडी रनवे से उतरने और टेक ऑफ करने में भी सक्षम हैं। वहीं इन विमानों से चीन और म्यांमार सीमा के पास के कुछ इलाकों में भी कनेक्टिविटी बढ़ने वाली है। इसकी नियमित उड़ाने भी 18 अप्रैल से शुरू कर दी गई हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि मेड इन इंडिया हवाई जहाज से यात्रा करने वाले लोगों को अन्य फ्लाइट के मुकाबले सस्ती टिकट की सुविधा भी दी जा सकती है. हालांकि इस पर अभी पूरी तरह से खुलासा नहीं किया गया है.
पहले इन विमानों का इस्तेमाल सिर्फ सशक्त बलों के द्वारा ही किया जाता था। अब अरुणाचल प्रदेश में भी इन विमान सेवाओं को बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। ये नागरिक संचालन के लिए मेड इन इंडिया भारत की पहली कमर्शियल उड़ान बताई जा रही है।