चंडीगढ़ : बता दें कि हाल ही में हरियाणा में शराब से जुड़े कई अहम फैसले लिए गए हैं। बताया जा रहा है कि इन फैसलों के बाद अब हरियाणा में भी शराब सस्ती हो जाएगी। दरअसल हाल ही में हरियाणा मंत्रिमंडल की बैठक हुई थी जिसकी अध्यक्षता में ही शराब से जुड़े कई अहम फैसले लिए गए हैं। जानकारी के अनुसार अब हरियाणा में भी नई आबकारी नीति को मंजूरी दे दी गई है।
बताया जा रहा है कि अब शराब पर आयात शुल्क भी घटा दिया गया है। ऐसे में शराब भी सस्ती हो जाएगी। जानकारी के मुताबिक शराब की अवैध बिक्री और तस्करी से सबक लेते हुए ही हरियाणा सरकार द्वारा इस फैसले को लिया गया है। इतना ही नहीं अब हरियाणा में शराब का कारख़ाना लगाना भी काफी सस्ता हो गया है। आइए जानते हैं इस खबर को विस्तार से।
हरियाणा में सस्ती हुई शराब
हरियाणा में हाल ही में नई आबकारी नीति को मंजूरी दे दी गई है। इस नीति के मुताबिक अब हरियाणा में भी शराब काफी सस्ती हो जाएगी। बताया जा रहा है कि पहले प्रदेश में एक शराब की बोतल पर सात रूपये आयात शुल्क लगता था जिसे घटाकर अब 2 रूपये प्रति बोतल कर दिया गया है। इसके साथ साथ नई आबकारी नीति में विदेशी शराब पर भी वैट को घटा दिया गया है। जहां पहले वैट 10% लगता था वहीं अब इसे सिर्फ 3% ही कर दिया गया है।
वाइन, बियर और आईएमएफ़ल पर ये वैट 13-14% से घटाकर 12% किया गया है। वहीं अब हरियाणा में लाइसेन्स शुल्क में भी कोई वृद्धि देखने को नहीं मिली है। इस नई आबकारी नीति को फिलहाल 12 जून से 11 जून 2023 तक लागू किया गया है। बताया जा रहा है कि शराब की अंतरराज्यीय आवाजाही के बेहतर नियंत्रण के लिए ट्रांसिट स्लिप को भी जल्द ही शुरू किया जाने वाला है। वहीं अब शराब के ठेकों की भी ई निविदा के माध्यम से ही नीलामी भी की जाने वाली है।
कारख़ाना लगाना भी हुआ सस्ता
बता दें कि अब प्रदेश में शराब का कारख़ाना लगाने के लिए भी ज्यादा पैसे खर्च नहीं करने होंगे। पहले इसके लिए लाइसेंस फीस 15 लाख लगती थी लेकिन इसे घटाकर अब सिर्फ 1 लाख रूपये कर दी गई है। वहीं अब शराब कारखानों को त्रैमासिक आधार के बजाए वार्षिक आधार पर ही अतिरिक्त पारियों में चलाने की इजाजत भी दी जाने वाली है। लाइसेंसों का नवीनीकरण भी अब डीईटीसी के द्वारा ही किया जाएगा। बार लाइसेंस के शुल्क में भी फिलहाल किसी पर तरह की वृद्धि देखने को नहीं मिली है। इससे पहले दिल्ली में भी शराब को सस्ती करने का दौर चला था।