Delhi: कई लोगों को एडवेंचर का काफी शौक होता है। ऐसे में लोगों को जंगल सफारी करना भी काफी अच्छा लगता अहि जहां अलग अलग तरह के जानवर हम सभी के सामने होते हैं। ऐसे में अब हरियाणा में भी जल्द ही जंगल सफारी की सुविधा मिलने वाली है। बता दें कि गुरुग्राम ज़िले के अरावली पर्वत रेंज में ही अब जल्द ही ट्रेकिंग और जंगल सफारी बनाई जाने वाली है।
इसके लिए योजना को तैयार करना भी शुरू कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि अब जल्द ही लोग गुरुग्राम में भी जंगल सफारी का आनंद उठा पाएंगे। इसके लिए अब पुख्ता इंतेजाम किए जा रहे हैं। अधिकारियों को भी इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के निर्देश दे दिए गए हैं। हालांकि अभी ये योजना शुरुआती चरणों में ही है।
योजनाबद्ध तरीके से पूरा किया जाएगा प्रोजेक्ट
बता दें कि गुरुग्राम प्रवास के दौरान ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सफारी को लेकर केंद्रीय पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव के साथ चर्चा की। इस चर्चा में वन एवं पर्यटन विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे। ये बैठक गुरुग्राम के लोक निर्माण विभाग के विश्रामगृह में ही आयोजित की गई थी। इस बैठक में ही मुख्यमंत्री ने इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए हरी झंडी दिखाई। वहीं इससे जुड़े कई दिशा निर्देश भी उन्होंने सभी के साथ साझा किया। ये सफारी 10 हज़ार एकड़ में बनाई जाएगी।
वहीं इस मीटिंग में इस बात को भी साफ किया गया है कि इस योजना का काम योजनाबद्ध तरीके से ही किया जाने वाला है। हालांकि अभी इस प्रोजेक्ट की योजना बनाने का ही काम चल रहा है। इसलिए कहा जा सकता है कि अभी ये प्रोजेक्ट शुरुआती दौर में ही है। जानकारी के मुताबिक इस जंगल सफारी को वर्ल्ड क्लास बनाया जाएगा जहां पर्यटकों के लिए भी कई सुविधा मुहैया कराई जाने वाली हैं। इसकी तैयारी भी तेजी से चल रही है।
स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार
मुख्यमंत्री ने कहा है कि इस वर्ल्ड क्लास सफारी के लिए कमेटी बनाकर प्रोजेक्ट को तैयार किया जाए। वहीं इस योजना को तैयार कर इसे चरणबद्ध तरीके से ही किया जाएगा। इसके बाद ही इसके पूरा होने की समय सीमा भी तय होगी। इसमें विश्व स्तरीय सुझाव लेने के बाद ग्लोबल टेंडर भी निकाले जाएंगे। इस सफारी के शुरू होने के बाद यहाँ कई पर्यटक आएंगे जिससे स्थानीय लोगों को भी रोजगार मिलेगा।
इस पर्वत रेंज में कई तरह के पशु पसक्षी पाए जाते हैं इसलिए ये जंगल सफारी भी खास होगी। यहाँ यात्रियों के लिए पार्किंग सुविधा भी दी जाएगी। इसके अलावा सफारी सिर्फ बैटरी वाहनों से ही होगी ताकि पर्यावरण को कोई नुकसान न हो।