हिसार : बड़ा अधिकारी बनने का सपना हर कोई देखता है लेकिन ऐसे कई लोग होते हैं जो इस पद पर पहुँचकर अपनी जिम्मेदारियों को भूल जाते हैं। वहीं कुछ ऐसे भी होते हैं इस पद को हासिल कर लोगों की भलाई का काम करते हैं। आज हम आपको एक ऐसी ही IAS अफसर के बारे में बताने जा रहे हैं जो आज कई लोगों के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं। वहीं आज वे अभिनव प्रयोगों से खूब सुर्खियां बटोर चुकी हैं।
इनका नाम डॉ. प्रियंका सोनी है जो राजस्थान के श्रीगंगानगर की रहने वाली हैं लेकिन फिलहाल हरियाणा के हिसार में उपायुक्त के पद पर अपनी सेवाएँ दे रही हैं। वहीं हाल ही में प्रियंका ने कुछ ऐसा किया है जिसके कारण वे सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चाओं में आ गई हैं। हर कोई उनके इस काम को सलाम कर रहा है। हर जगह उनके कामों की तारीफ की जा रही हैं।
डॉक्टर के तौर पर भी दे चुकी हैं सेवाएँ
आज के समय में ऐसे बहुत कम अधिकारी हैं जो लोगों के लिए कुछ करना चाहते हैं। लेकिन वहीं कुछ अधिकारी अपने सराहनीय कार्यों के कारण ही सुर्खियों में रहते हैं। हम जानते हैं कि आईएएस का पद काफी अहम होता है और बहुत कम लोग ही इस पद की ज़िम्मेदारी को बखूबी समझ पाते हैं। आज खबर एक ऐसी ही महिला आईएएस अफसर की जो इस पद के साथ न्याय करती नज़र आ रही हैं और खूब सुर्खियां भी बटोर रही हैं। इनका नाम प्रियंका सोनी है जो आज कई लोगों के लिए उनकी रोल मॉडल भी बन चुकी हैं।
प्रियंका राजस्थान के श्रीगंगानगर की रहने वाली हैं। यहीं से प्रियंका ने अपनी शुरुआती पढ़ाई को पूरा किया है। वहीं प्रियंका ने 12वीं के पास पीएमटी की परीक्षा भी दी थी ज्सिमें उन्हें पहली रैंक हासिल हुई थी। इसके बाद प्रियंका ने दिल्ली के लाला बहादुर शास्त्री अस्पताल में डॉक्टर और सूरतगढ़ में मेडिकल ऑफिसर के तौर पर भी काम किया है। इसके बाद ही प्रियंका ने सिविल सेवाओं में कदम रखा था। प्रियंका 2012 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। वहीं अब वे अपने कामों के लिए खूब सुर्खियां बटोर रही हैं।
अपने सराहनीय कार्य को लेकर बटोर ही हैं सुर्खियां
बता दें कि प्रियंका आए दिन लोगों की सहूलियत के लिए काम करती ही रहती हैं। वहीं अब एक बार फिर से प्रियंका ने अपने सराहनीय कार्य के लिए सुर्खियां बटोरना शुरू कर दिया है। बता दें कि प्रियंका फिलहाल हरियाणा के हिसार में उपायुक्त के तौर पर सेवाएँ दे रही है। प्रियंका ने हमेशा ही सिस्टम और जनता के बीच की दूरी को पाटने का काम किया है। अब हाल ही में प्रियंका ने लघु सचिवालय में मातृत्व कक्ष की स्थापना करवाई है।
प्रियंका ने महिलाओं की परेशानी को महसूस करते हुए ही ये फैसला किया है। दरअसल प्रियंका के मुताबिक जब महिलाएं घर से बाहर जाती हैं तो उनके सामने कई मुश्किलें आती हैं। वहीं उनके पास नवजात बच्चा हो तो मुश्किलें और भी बढ़ जाती है। जब महिलाएं कार्यालय में किसी काम से आती हैं और उनके नवजात बच्चे को भूख लगती है तो सार्वजनिक स्थान पर महिलाएं उन्हें दूध नहीं पिला पाती हैं। लेकिन अब हिसार में ये समस्या नहीं आएगी।
इस कक्ष में मिलने वाली हैं कई सुविधाएं
प्रियंका के अनुसार सिर्फ बाहर से आने वाली महिलाओं को ही नहीं महिला कर्मचारियों को भी यही समस्या आती है। इसलिए प्रियंका ने मातृत्व कक्ष को शुरू किया है ताकि महिलाओं को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। इस कक्ष महिलाओं और उनके नवजात बच्चों के लिए कई सुविधाएं दी गई हैं। यहाँ महिलाएं आराम से बच्चे को दूध पिला सकती हैं और उसकी नैपी भी बदल सकती हैं।
इसके अलावा कक्ष में पालने भी लगाए गए हैं ताकि महिलाएं अपने बच्चों को यहाँ झुलाकर सुला सकें। महिलाओं के बैठने के लिए भी सोफ़े लगाए गए हैं। कक्ष की दीवारों पर भी पोस्टर लगाए गए हैं जिसमें बताया गया है कि बच्चे और माँ के पोषण के लिए क्या जरूरी है। ये पहली बार है जब किसी डीसी ने इस तरह का प्रयोग किया है। अब हर कोई प्रियंका के इस काम की तारीफ कर रहा है।
इससे पहले भी कर चुकी हैं ऐसे कई सराहनीय काम
बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब प्रियंका ने इस तरह का सराहनीय काम किया है। इससे पहले जब प्रियंका कैथल में उपायुक्त के तौर पर सेवाएँ दे रही थी तब उन्होंने एक बुजुर्ग को एक दिन के लिए उपायुक्त बना दिया था। वहीं हिसार का उपायुक्त बनने के बाद भी प्रियंका बुज़ुर्गों का सहारा बनी और उन्हें हर वो सुविधा मुहैया कराने का प्रयास किया जो उनके लिए बेहद जरूरी है। आज प्रियंका के इन कामों को हर कोई सलाम कर रहा है।