नई दिल्ली: देश में बुलेट ट्रेन चलाने को लेकर तैयारी कर ली गई है। इसके लिए 7 रूट तय किए गए हैं। इन रूटों में दिल्ली से जयपुर और हरियाणा के रास्ते चंडीगढ़ से लेकर पंजाब के शहरों तक बुलेट ट्रेन चलाने को लेकर लोगों को खासी उत्सुकता है। रेल विभाग ने बुलेट ट्रेन चलाने को लेकर अपनी ओर से बड़ा ऐलान कर दिया है। रेल मंत्री अश्वनि वैष्णव ने राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में बुलेट ट्रेन चलाने को लेकर की जा रही तैयारियों से अवगत करवाया है। रेल मंत्री ने साफ तौर पर कहा है कि प्रथम चरण में बुलेट टे्रन चलाने को लेकर सरकार द्वारा सारी योजना बना ली गई है। इसके लिए देश भर में सात रूटों का चयन किया गया है। इन रूटों पर बुलेट रेल चलाने से लोगों को काफी लाभ मिलेगा तथा इसमें आरामदायक सफर करने से जहां लोगों का समय बचेगा, वहीं देश में विकास की एक नई लहर भी चलेगी।
मुंबई-अहमदाबाद भी है बड़ा रूट
रेल मंत्री श्री वैष्णव ने राज्यसभा में बताया कि प्रथम चरण में मुंबई से अहमदाबाद के बीच बुलेट रेल चलाए जाने की तैयारी की जा रही है। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र में जमीन अधिग्रहण में अड़चनों की वजह से इस परियोजना में कुछ देरी हुई है। मगर अब इस पूरे मामले को सुलझा लिया गया है और जल्द ही देश की जमीन पर लोगों को बुलेट रेल दौड़ती नजर आएगी। उन्होंने बताया कि बिहार में भी सात हाईस्पीड कॉरीडोर का निर्माण किया जाना है। जिसके बाद बिहार प्रदेश में बुलेट रेल को सफलतापूर्वक चलाया जाएगा। देश भर में बिहार के लोग सभी प्रदेशों में काफी अधिक संख्या में हैं। बुलेट रेल का उन सभी को भी काफी लाभ मिलेगा और उनका आवागमन सुलभ हो जाएगा।
इन रूटों पर दौड़ेगी बुलेट रेल
रेल मंत्री श्री वैष्णव के अनुसार फिलहाल देश भर में जिन सात रूटों पर बुलेट रेल को चलाया जाना है, वह फाईनल कर लिए गए हैं। इनमें प्रमुख तौर पर दिल्ली से नोएडा, आगरा, लखनऊ, वाराणसी के 865 किलोमीटरी लंबे रूट पर बुलेट रेल दौड़ेगी। इन सभी रूटों पर बुलेट रेल के कई चक्कर लगेंगे, जिससे लोगों को आवामगन बेहद ही शानदार होने जा रहा है। इसके अलावा दिल्ली से जयपुर होते हुए उदयपुर व अहमदाबाद के बीच 846 किलोमीटर का रूट तय किया गया है। दिल्ली से हरियाणा के रास्ते चंडीगढ़ होते हुए बुलेट रेल का नया मार्ग लुधियाना, जालंधर और अमृतसर तक होगा, जोकि 459 किलोमीटर का रूट रहेगा। इनके अलावा मुंबई से नासिक होते हुए नागपुर तक 753 किलोमीटर, मुंंबई से पुणे व हैदराबाद के बीच 711 किलोमीटर और चेन्नई से बेंगलूरू होते हुए मैसूर तक 435 किलोमीटर तक का रूट भी निर्धारित कर लिया गया है।
इतनी जमीन का हुआ है अधिग्रहण
उन्होंने जानकारी देते हुए यह भी कहा कि मुंबई से अहमदाबाद के बीच चल रहे बुलेट ट्रेन निर्माण अभी तक गुजरात में 9554.28 हेक्टेयर में 941.13 हेक्टेयर यानी कि 98.22% भूमि का अधिग्रहण कर लिया गया है। वहीं दादर नगर हवेली की बात करें तो वहां पर 100% भूमि का अधिग्रहण हो चुका है वही महाराष्ट्र में करीब 56.39% भूमि का अधिग्रहण हो गया है।