हाल ही में साउथ की कई फिल्में रिलीज़ हुई हैं और हरेक फिल्म सुपरहिट साबित हो रही है। पहले पुष्पा, फिर आरआरआर और अब केजीएफ़ 2 ने हिन्दी वर्जन में झंडे गाड़ दिए हैं। बॉक्स ऑफिस पर सभी फिल्में ताबड़ तोड़ कमाई कर रही हैं। केजीएफ़ 2 ने तो कुछ ही दिनों में 30 रिकॉर्ड बना दिए हैं। वहीं ये फिल्म हिन्दी वर्जन में भी ओपनिंग डे पर सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बन गई है।
लेकिन आपको बता दें कि साउथ फिल्म इंडस्ट्री को ये सफलता ऐसे ही नहीं मिली। इसके पीछे तीन दशकों की मेहनत भी छिपी हुई है। वहीं बॉलीवुड ने खुद ही हिन्दी भाषी दर्शकों को साउथ की फिल्मों का चस्का लगाया है लेकिन अब इसका खामियाज़ा खुद बॉलीवुड को ही भुगतना पड़ रहा है। साउथ की फिल्में जहां अब एक के बाद एक सुपरहिट जा रही हैं वहीं बॉलीवुड की फिल्में ज्यादा कमाल नहीं दिखा पा रही है।
बता दें कि साउथ इंडस्ट्री का प्रभाव तीन दशकों से ही रहा है। सबसे पहले केबल टीवी के जरिया साउथ सिनेमा की फिल्मों को हिन्दी डब कर लोगों को दिखाया गया। वहीं इसके बाद बॉलीवुड ने साउथ की फिल्मों के धड़ाधड़ रिमेक बना दिए जिससे हिन्दी भाषी लोगों को भी साउथ की फिल्मों का चस्का लग गया। इसके बाद मौका मिलते ही साउथ फिल्म मेकर्स ने अपनी फिल्मों को पैन इंडिया रिलीज़ कर दिया।
90 के दशक में केबल टीवी तेजी सेफैल रहा था। लेकिन तब ज्यादा हिन्दी फिल्मों का निर्माण नहीं हुआ करता था। ऐसे में साउथ की फिल्मों को ही हिन्दी में डब कर लोगों को दिखाना शुरू कर दिया गया। धीरे धीरे ऐसे ही साउथ के कलाकार सुपरस्टार बन गए। इसके बाद खुद बॉलीवुड ने एक के बाद एक साउथ की फिल्मों का रीमेक करना शुरू किया। बॉक्स ऑफिस पर इन फिल्मों को खूब पसंद किया गया।
बस इसके बाद ही साउथ के फिल्म मेकर्स ने पैन इंडिया फिल्मों को रिलीज़ करना शुरू किया और आज नतीजा हम सभी के सामने हैं। बाहुबली के आने के बाद ही दर्शकों को साउथ सिनेमा का ज्यादा चस्का लगा। अब साउथ की फिल्में एक के बाद एक हिट हो रही हैं। वहीं आने वाली कई फिल्मों को लेकर भी यही कयास लगाए जा रहे हैं कि वे भी सुपरहिट ही होने वाली हैं।