आज के समय में राजकुमार राव को कौन नहीं जानता। वह एक सदाबाहर अभिनेता है। आज के समय में राजकुमार राव फिल्में हिट होने की गारंटी है। उनकी हर फिल्म को दर्शकों द्वारा पसंद किया जाता है। उन्होंने कई सुपरहिट फिल्मे दी है, लेकिन एक ऐसा भी दौर था जब राजकुमार को संघर्ष का सामना करना पड़ा था। संघर्ष भी ऐसा कि उनको भूखे पेट सोना पड़ता था। काम नहीं मिलने के कारण खाना खाने के भी पैसे नहीं होते थे।
काले होने के कारण सहना पड़ता था अपमान
राजकुमार अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए कहते है उन दिनों को कभी भूल नहीं सकते है। उन्होंने कभी मुझे काले और तो कभी मेरी भोओ के कारण मुझे रिजेक्ट कर दिया जाता। राजकुमार ने कहा कि उन दिनों वह मात्र 10 हजार रुपए के लिए काम करते थे। वहीं कभी कभी महीने में 10 हजार रुपए मिलना भी मुश्किल हो जाता है।
सोना पड़ता था भूखे पेट
राजकुमार राव ने कहा कि उन्हें कभी कभी भूखे पेट भी सोना पड़ता था। वह अपने दोस्तों के साथ खाना शेयर करते थे। वह बताते है कि शुरुआती दिनों में वह केवल विज्ञापनों में काम करते थे। इन विज्ञापनों में उनको छोटा मोटा काम मिलता था। जिससे वह अपना खर्च चलाने की कोशिश करते थे। वह बताते है कि ऑडिशन के लिए वह इधर उधर घूमते रहते थे। उनको कोई काम देने को कोई तैयार नहीं होता था।
छोटे मोटे रोल मिलने पर हो जाते थे खुश
राजकुमार राव ने कहा कि वह छोटे मोटे रोल मिलने पर ही खुश हो जाते थे। क्योंकि उनके पास उस समय करने को कुछ नहीं था। मैं निर्देशकों से बड़े रोल देने की मांग करता, लेकिन कोई मेरी मांग को सुनता नही था। कोई मुझे काम देने को तैयार नहीं होता था। उन्होंने कहा कि मुझे आज भी याद है कि अतुल मोगिंया से अंत समय तक पूछता रहा। जब तक उन्होंने लव सेक्स धोखा के लिए मुझे बुला नहीं लिया।
अंत में मुझे संघर्ष का परिणाम मिला
राजकुमार ने कहा कि अंत में मुझे मेरे संघर्ष का परिणाम मिला। राजकुमार ने कहा कि मैं उस दिन घर पर अकेला था। मुझे फोन आया। वो शब्द थे। यू गॉट इट। आप सिलेक्ट हो गए हो। मैं यह शब्द सुनते ही घुटनों के बल जमीन पर आकर गिर गया। सबसे पहले मैंने अपनी मां को फोन किया। उस समय मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।