Gwalior: प्यार वाकई अंधा होता है। प्यार होने से पहले कोई भी धर्म, जात और मुल्क को नहीं देखता है। लेकिन ऐसे में व्यक्ति को अपने जीवन साथ के मुल्क और धर्म का सम्मान करना चाहिए। अब हाल ही में एक ऐसी ही कहानी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसमें एक भारतीय युवक मोरक्को की मुस्लिम लड़की से प्यार कर बैठा। लेकिन धर्म और मजहब इनके प्यार में बाधा नहीं बन सका।
लड़की भी अपने प्यार के खातिर 8 हज़ार किमी दूर लड़के से शादी करने के लिए मोरक्को से ग्वालियर आ गई। लेकिन खास बात ये रही कि भारतीय युवक ने न तो शादी के लिए खुद का धर्म बदला और न ही अपनी पत्नी को उसका धर्म छोड़ने के लिए विवश किया। अब हर कोई दोनों के सच्चे प्यार कि तारीफ कर रहा है।
सोशल मीडिया के सहारे हुआ था प्यार
दरअसल हाल में ग्वालियर के अविनाश दोहरे और मोरक्को की फादवा लैमाली ने ग्वालियर के एडीएम कोर्ट में शादी रचाई है। अविनाश की पत्नी फादवा प्राइवेट कॉलेज से पढ़ाई भी कर रही हैं। आज से करीब 3 वर्ष पहले दोनों की मुलाक़ात सोशल मीडिया पर हुई थी। लेकिन धीरे धीरे दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई। हालांकि जब फादवा ने अपने प्यार के बारे में अपने घर में बताया तो वे काफी नाराज़ हुए लेकिन फिर बेटी के लिए वे मान भी गए। फादवा ने शादी के लिए मोरक्को से एनओसी भी मांगा था।
लड़की के परिवार ने रखी थी ये शर्त
आमतौर पर देखा जाता है कि मजहब और धर्म के कारण दो प्यार करने वालों को अलग कर दिया जाता है। लेकिन अविनाश और फादवा के साथ ऐसा नहीं हुआ। हालांकि शुरुआत में अविनाश के सामने लड़की के परिवार ने शर्त भी रखी थी। शुरुआत में फादवा के परिवार ने शादी के लिए मना कर दिया लेकिन फिर अविनाश के सामने शादी के लिए हिंदू धर्म और देश छोड़ने की शर्त रखी गई।
लेकिन अविनाश ने भी देश और अपने धर्म छोड़ने से साफ मना कर दिया था। वहीं उन्होंने ये भी कहा कि न तो वे खुद अपना धर्म बदलेंगे और न ही फादवा को धर्म बदलने देंगे। अविनाश ने फादवा के पिता को आश्वासन दिया कि उनकी बेटी भारत में रहकर भी अपने धर्म के सभी रीति रिवाज कर पाएगी। अब दोनों ने शादी कर ली है जल्द ही महामारी की स्थिति सामान्य होने पर दोनों रिसेप्शन भी करेंगे।