दरअसल हाल ही में चुनाव आयोग के द्वारा पंजाब और उत्तरप्रदेश समेत पाँच राज्यों में चुनावों की तारीखों को घोषित कर दिया गया है। जिसके बाद किसानों ने लगातार बयानबाजी करना शुरू कर दिया है। किसानों के मुताबिक उनकी मांगें अभी तक पूरी नहीं हुई हैं। इसके लिए किसानों ने 15 जनवरी को बैठक करने का भी फैसला किया है।
तारीखों के ऐलान के बड़ा अब किसी भी तरह का कोई नियम नहीं बनाया जा सकता। ऐसे में चुनावों से पहले ही किसानों की मांग को पूरा नहीं किया गया जिसके कारण अब किसान नेता केंद्र सरकार पर बयानों का वार कर रहे हैं। आइए जानते हैं खबर को विस्तार से।
15 जनवरी को होगी किसानों की बैठक
दरअसल किसान केंद्र सरकार से MSP पर गारंटी चाहते हैं और साथ ही केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा को कैबिनेट से बाहर निकलवाना चाहते हैं। लेकिन अभी तक किसानों की ये मांगें लंबित रखी गई है। लेकिन अब चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है जिसे बाद कुछ भी फैसला नहीं लिया जा सकता। ऐसे में किसानों ने केंद्र सरकार से नाराजगी जताई है और उन्होंने कहा है कि “अभी हमारी मांगें पूरी नहीं हुई हैं” इस विषय पर 15 जनवरी को किसानों की बैठक भी होने वाली है।
चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करना मुश्किल- अभिमन्यु सिंह कोहड़
बता दें कि किसान नेता और संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य अभिमन्यु सिंह कोहड़ ने भी मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि किसान आंदोलन के बाद से किसानों का प्यार BJP के लिए खत्म हो चुका है। उनके मुताबिक केंद्र सरकार ने अब तक किसानों की मांग को पूरा नहीं किया है जिसके कारण उनका चुनावों में अच्छा प्रदर्शन करना काफी मुश्किल हो सकता है